घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने का समय और दिशा
शास्त्रों के अनुसार: शाम 5 बजे से 8 बजे के बीच दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
सूर्यास्त के बाद: आप सूर्यास्त के बाद भी दीपक जला सकते हैं।
दिशा:
वास्तु के अनुसार: दीपक को हमेशा दाएं हाथ की तरफ जलाना चाहिए।
मुख्य द्वार की दिशा: यदि आपका मुख्य द्वार पूर्व दिशा में है, तो दीपक को पूर्व दिशा में ही जलाएं।
दीपक जलाने के फायदे:
सकारात्मक ऊर्जा: दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
सुख-समृद्धि: दीपक जलाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
आर्थिक लाभ: दीपक जलाने से आर्थिक तंगी दूर होती है और धन-दौलत में वृद्धि होती है।
स्वास्थ्य: दीपक जलाने से घर में बीमारियों का खतरा कम होता है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
मानसिक शांति: दीपक जलाने से मानसिक तनाव कम होता है और शांति मिलती है।
दीपक जलाने की विधि:
दीपक: आप घी, तेल या मिट्टी का दीया जला सकते हैं।
बाती: दीपक में रुई या सूती बाती का उपयोग करें।
स्थान: दीपक को मुख्य द्वार के पास या घर के बाहर चबूतरे पर रखें।
ध्यान दें:
दीपक जलाते समय हमेशा सुरक्षा का ध्यान रखें।
दीपक को ज्वलनशील पदार्थों से दूर रखें।
जब आप घर से बाहर जाएं तो दीपक बुझाकर जाएं।
अतिरिक्त जानकारी:
आप विभिन्न धार्मिक त्योहारों और अवसरों पर भी घर के मुख्य द्वार पर दीपक जला सकते हैं।
आप अपनी सुविधानुसार दीपक जलाने का समय और दिशा थोड़ा बदल भी सकते हैं।