घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने का समय और दिशा

हिन्दू धर्म में, घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। दीपक जलाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, जिससे घर में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही, यह आर्थिक परेशानियों को दूर करने और स्वास्थ्य अच्छा रखने में भी सहायक होता है। आइये जानते हैं विस्तार से –

समय:

शास्त्रों के अनुसार: शाम 5 बजे से 8 बजे के बीच दीपक जलाना शुभ माना जाता है।

सूर्यास्त के बाद: आप सूर्यास्त के बाद भी दीपक जला सकते हैं।

दिशा:

वास्तु के अनुसार: दीपक को हमेशा दाएं हाथ की तरफ जलाना चाहिए।

मुख्य द्वार की दिशा: यदि आपका मुख्य द्वार पूर्व दिशा में है, तो दीपक को पूर्व दिशा में ही जलाएं।

दीपक जलाने के फायदे:

सकारात्मक ऊर्जा: दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

सुख-समृद्धि: दीपक जलाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।

आर्थिक लाभ: दीपक जलाने से आर्थिक तंगी दूर होती है और धन-दौलत में वृद्धि होती है।

स्वास्थ्य: दीपक जलाने से घर में बीमारियों का खतरा कम होता है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

मानसिक शांति: दीपक जलाने से मानसिक तनाव कम होता है और शांति मिलती है।

दीपक जलाने की विधि:

दीपक: आप घी, तेल या मिट्टी का दीया जला सकते हैं।

बाती: दीपक में रुई या सूती बाती का उपयोग करें।

स्थान: दीपक को मुख्य द्वार के पास या घर के बाहर चबूतरे पर रखें।

ध्यान दें:

दीपक जलाते समय हमेशा सुरक्षा का ध्यान रखें।

दीपक को ज्वलनशील पदार्थों से दूर रखें।

जब आप घर से बाहर जाएं तो दीपक बुझाकर जाएं।

अतिरिक्त जानकारी:

आप विभिन्न धार्मिक त्योहारों और अवसरों पर भी घर के मुख्य द्वार पर दीपक जला सकते हैं।

आप अपनी सुविधानुसार दीपक जलाने का समय और दिशा थोड़ा बदल भी सकते हैं।

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